जरूरत और मजबूरी
ऐसी चीजे है
जो किसी से कुछ भी
करवा सकती हैं 🙂-
निष्काम कर्म की एक ही है परिभाषा ,
तू बस कर्म कर , मत रख फल की आशा ll
☺️❤️🙏-
अच्छा करने पर हमेशा अच्छे की उम्मीद करना ,
अपनी मुसिबत सिर्फ अपने तक रखना ,
बुरी लगी बात पर भी हस कर निकाल देना ,
बुराई के डर से खुद को सबसे दूर कर लेना ,
किसी की मासूमियत देख पिघल जाना , तो कभी
झुटी भावनाओं में बह कर फिर पछताना ,
धोका खाने पर भी हमेशा भरोसा करना और
कभी खुद से और दूसरो से तंग आकर रो लेना ,
बहुत मुश्किल होता है इस पत्थर सी दुनिया में
नर्म दिल का एक गम्भीर इंसान बन कर जीना
और फिर भी हमेशा की तरह मुस्कुराते रहना ll
☺️☺️☺️
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मनुष्य जीवन की सबसे बडी पूंजी
आध्यात्मिक ज्ञान है जो अनंत जीवन काल
तक रहता है और तब तक , जब तक कि
निर्वाण प्राप्त ना हो जाए 🥰-
ईश्वर हमारे द्वारा
किए गए कर्मो से हमे मुक्त नहीं
करते बल्कि वो बस रास्ता दिखाते हैं चलना
हमे ही पड़ता हैं...।-
हमारे अच्छे बुरे कर्मो का संग्रह
हमारे चित्त ( Sub. Mind ) के पास रहता है जो उनको वो अनुभव के रूप में संग्रहीत करके रखता है हम जैसा आज अनुभव करेंगे वैसे ही भविष्य में हमारे कर्म बनेंगे और यही चक्र अनंत काल तक चलता रहेगा l
( Scientific & Experienced knowledge )-
बुद्धि चेतन और अवचेतन मन के बीच की परत की तरह होती है
और ध्यान इसी परत को तोड़ने का काम करता है...!!-
मित्रता के भाव में केवल कुछ खास
लोगो के लिए कल्याण की भावना हो सकती है
किन्तु मैत्री के भाव में संसार के समस्त प्राणी
चीटी से लेकर हाथी , मित्र से लेकर शत्रु
तथा अच्छे से लेकर बुरे तक के लिए सिर्फ कल्याण और उनके हित की भावना छिपी होती हैं...
Happy Friendship Day-
चार लोगो की
नकारात्मक ऊर्जा ( काम क्रोध लोभ मोह )
किसी एक इंसान की नई सकारात्मक ऊर्जा पर भारी पड़ सकती हैं
इसलिए वैसे लोगो से कुछ दिन दुर रहे...❤️🙏-