Safarnama.....
Suru tumse khatam tumpe-
Lines....
Tujhe dekhun tujhe chahun
Teri khushboo mein kho jaaun
Yahi meri tamanna hai
Teri baahon mein so jaaun-
बहुत कुछ कहना था तुमसे की......
हज़ार बार सोचा भी दिल ने की कह दूं।
पर दिल से बात जुबां तक आई ही नहीं।।
दिल में अरमान नए नए सज्ज रहे थे।
और मैं ख्वाबों ख्यालों में जीना शुरू कर दिया था।।
..…....... जोकि चंद लम्हों में ख़त्म हो गया।-
आवारा हर धड़कन है
बेचैन मेरा दिल है
बेताबी का ये आलम समझना मुश्किल है-
मेरी सांसों की आहट से ।
मेरी दिल की धकड़कन से ।
तुम दूर जाओगे कैसे ।
भूल जाओ हमें ।
हमें गम नहीं ।
भले ही तुम्हारे होठों पे मेरा नाम न आए ।
हम तो वो हैं जो सासों में बसते हैं ।
खुद की सासों को कैसे रोक पाओगी।।
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मेरा दिल कहता है मुझसे की, .....
तूने इतनी बड़ी खता मेरे साथ क्यों किया।-
एक बार देखा।
ज़ी चाहा एक बार और।
फिर देखा उसको फिर से ।
दिल ने कहा बस एक बार और।
जब इस बार देखने गया ।
तो उसने हंस कर चप्पल दिखाया ।
तो दुबारा जाने का दिल नहीं किया ।।
Bechaara Besharam dil ...-
दिन तेरी चाहतों के खत्म हो गए ।
हम तुझसे क्या ...हम तो खुद से भी दूर हो गए।।-