Takdir me usse milna likha tha uska milna nhi 🥲
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Student of Banaras Hindu Un... read more
दिन ढले और रात हो जाए,
नजरे झुके और प्यार हो जाए
मेरे कुछ ख्वाब मुकमल हो जाए
सोचूँ की मुझे तुम दिख जाओ
नजरे फेरूँ और दीदार हो जाए-
अच्छे या बुरे बर्ताव सबके याद है मुझे
मेरे मुस्कुराहट को माफ़ी मत समझना....-
Mujhpe nafratein kabhi ,
Asar nhi karti
Mai mohabbat mizaaj ki Ldki hu-
दस्तक और आवाज़ तो कानों के लिए है
जो रूह को सुनाई दे उसे ख़ामोशी कहते है.....-
कितना कुछ जानता होगा वो शक्स मेरे बारे मे
जो हँसता हुआ देख मुझे मेरे गम की वजह पूछता है....-
मै लिखने जाऊँ तो मेरे कलम आगे नही बढ़ते
मन के द्वंद मुझे चलने नही देते
कुछ कहते कहते अक्सर रुक सी जाती हूँ
आँखें नम होती हैं, पलके आँशु बहने नही देती
इस ख़ामोशी के पार की दुनिया अब मुझे नही भाती
मेरे अंदर के जंग मुझे सोने नही देते
जी करता है गले लगा की खुब रोऊँ तुम्हे
मेरे ख्याल मुझे ऐसा करने नही देते
आगे बढ़ती हूँ पर खुद को बहुत पीछे पाती हूँ
इस भीड़ मे मै तो खो सी जाती हूँ
कभी लगता है डर मुझे खुद के एहसासों से
कभी आँखें मिच के मै सो जाती हूँ
उठाती हूँ कलम और लिखा जाती हूँ
एक सास मे जाने क्या क्या बोल जाती हूँ
चुप रहने पे आऊँ तो मेरे आवाज़ नही निकलते
नजरे चीखते है लफ़्ज़ बोल नहीं पाते.
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वक़्त से वक़्त चुरा कर
जब तेरे पास आती हूँ
सच बताऊं यारा
मै टूट जाती है
थक के जब बिस्तर
पर जाती हूँ
सच बताऊं मैं
हार जाती हूँ
हर रोज की एक कोशीश
तुमतक आकर दम तोड़ देती है
हर रोज तेरे सिरहाने
एक नये सपने को बुनती हूँ
ख़्वाब तेरे ,सपने मेरे नाजाने
क्या क्या देखती हूँ
वक़्त से लड़ के कुछ
वक़्त को लेकर तेरे पास आती हूँ
सच बताऊं यारा
मैं खुद को भूल जाती हूँ-
नजरों से बोल देती हूँ ज़ुबाँ पे लफ्ज़ नही मेरे
अब आँखें खाली , पलके भारी और मन भरे हुए.....-