गरीब चाहता है रब,
भरा रहे ये पेट भी।
غریب چاہتا ہے رب،
بھرا رہے یہ پیٹ بھی۔
عاقب جاوید@आकिब जावेद-
लोगो को थोड़ा खुश करने की कोशिश ,थो... read more
नया साल सबको मुबारक,
मिरा हाल मुझको मुबारक।
मुहब्बत - मुहब्बत - मुहब्बत,
यही लफ़्ज़ लड़कों मुबारक।
समारोह आयोजित होंगे,
नई भीड़ सड़कों मुबारक।
चुनावी समर चल रही है,
नई चाल तुझको मुबारक।
है कांटो से यारी हमारी,
मगर फूल तुझको मुबारक।
आकिब जावेद-
ईमान बेचूं ये मुझे मंजूर नहीं,
खुद्दारी की मेरी गरीबी अच्छी है।
ایمان بیچو یہ مجھے منظور نہیں،
خودداری کی میری غریبی اچھی ہے۔
✍️आकिब जावेद@عاقب جاوید-
अमावस्या सा अँधकार,
उर में है व्याप्त,
पूर्णिमा सी चांदनी,
जीवन में
खुशियां ले के आई।
-आकिब जावेद-
# اردو #उर्दू
हम भी हैं उर्दू ज़बाँ वाले,
मोहब्बत तहज़ीब के पाले
ہم بھی ہیں اردو زبان والے,
محبت تہذیب کے پالے .
عاقب جاوید©आकिब जावेद-
बचपन में
पापा ने कहा
मैं पहाड़ हिला सकती हूँ।
और मैंने पहाड़ सी
तमाम मुश्किलों को हिला दिया।
-आकिब जावेद
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यारों हिंदू बनो न मुसलमान बनो तुम।
ऐसे जियो हिंदुस्तान की शान बनो तुम।
हर धर्म की पहचान है तुमसे यहाँ यारों,
अच्छा तो यही है नेक इंसान बनो तुम।
✍️आकिब जावेद-
टपरी में बैठ के चलो पिये फिर चाय।
चाय के सिवा हमकों भी कुछ न भाय।
सारे दर्द भूल के यूँ आ जाओ मेरे पास,
दो कप प्याली चाय की बोलो क्या राय?
-आकिब जावेद
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धीमी - धीमी आंच में पकती है जब चाय☕,
नेह भी हो जाए तृप्त अंतर्मन बोले हाय!
साथी - संगती साथ में बैठें लगाए चौपाल,
सुख - दुःख बाँटे साथ में हो बिस्कुट चाय☕।
-आकिब जावेद-