ना चाहते हुए भी तुम्हारा हर एक ख़त जलाना पड़ा ! ना चाहते हुए भी तुम्हारी हर याद को भूलाना पड़ा ! तुम खुशी खुशी चली गई मेरे ख्वाबों को जलाकर ... मगर अफ़सोस मुझे तो मजबूरन जाना पड़ा ! दिल रो रहा था तुम्हारी याद में लेकिन ना चाहते हुए भी भरी महफ़िल में ... होंठों को मुस्कुराना पड़ा !!