तु नसता,
तु असणे आवश्यक,
तु असता,
तु फक्तं मामूली शख़्स!-
Aakash Udeg(Kabir)
(By Kabir....)
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I love to write stories,quotes,poems,because that makes me happy.
I like the kind of peopl... read more
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Joined 5 November 2017
26 SEP 2024 AT 23:36
कहा न कुछ, रहा चुप,
पर झूठा न मैं।
सोचा काश, बना लाश,
पर मरा न मैं।-
28 AUG 2024 AT 22:07
काश तुम इन यादों की तरह होते,
तो बेवजह, बिन बुलाए, बिना अहंकार के आ जाते।-
12 FEB 2024 AT 22:22
किसी को मिला मैं,
किसी को मेरी हकीगत,
किसी को पता मेरे ख़्वाब,
किसी को सिर्फ अब।-
12 FEB 2024 AT 22:21
किसी को मिला मैं,
किसी को मेरी हकीगत,
किसी को पता मेरे ख़्वाब,
किसी सिर्फ अब।-
19 APR 2023 AT 23:58
मेरे दिल के पास जरा संभाल कर आना,
टुटे दिल के टुकड़े कहीं चुभ न जाए।-