Aakansha Bhargava   (Akshu)
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Amateur writer
Joined 7 January 2019


Amateur writer
Joined 7 January 2019
10 NOV 2023 AT 9:10

मैं रात सी हूँ,मैं ख़्वाब बुनु
तू पंछी बन इतराना
मैं हर्फ़ लिखूँ, हर ज़र्फ़ लिखूँ
तू दर्द लिए बस उड़ जाना
मैं हैरत ए हसरत के साथ रहूँ
तू ख़ुशबू लिए बस इतराना
मैं वक़्त की हूँ ख़ामोश रहूँ
तू बेवक़्त बस टक टकाना
मैं शाम कहुँ तू रात सुने
इक बार कहूँ सौ बार सुने
मैं क़ाबू दिल कहुँ
तू बेक़ाबू हो जाना
मैं दश्त-ए-इश्क़ की वीरानियों में
लम्हा इंतेज़ार करूँ
तू इंतेज़ार के हर लम्हें ठहराना
मैं हर्फ़ लिखूँ हर ज़र्फ़ लिखूँ
तू दर्द लिए बस उड़ जाना

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10 NOV 2023 AT 8:05

तू नहीं है अब पास तो ये
एहसास क्यों है
जैसे तू लगाएगा गले फिर उसी तरह
ये आस क्यों है
तुझे न इक पल नाम मेरा सताता है
मेरे ज़ेहन में न जाने कैसे हर पल तू आ जाता है
सुबह की पहली आयत तू से
रात का यूँ स्वप्न हुआ
न जाने कैसे कब
ये ख्वाब मुझमें दफ़्न हुआ
छू ले तू मुझको तो ये सारे दर्द सिमट जाए
आ जा ना वापस फिर लौट
आ हम दो यूँ लिपट जाएँ
कैसे बताऊँ तुझे तेरी यादों में जी रही हूँ
रुक जाना कुछ देर पास मेरे
यही उम्मीद सी रही हूँ

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10 NOV 2023 AT 8:01

वो जो लड़की उसके करीब थी
थोड़ी सी अजीब थी
मुझसे कहती है तू उससे मिल न सकी कभी
मैं तो उससे रोज़ मुलाक़ात करती हूँ
मैंने भी जवाब दिया
तू उससे मिलती होगी छू कर उसे
मेरे तो ज़ेहन में ही वो है
बस आंख बंद करने की देरी है
तू जिस जगह बैठी है न उसकी बनके
वो जगह तो हमेशा से मेरी है😉

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28 AUG 2023 AT 10:29

Happy Happy Birthday your quote....
It's not only you who turns 7 today but it's been 7 years writing with you too....
Happy Birthday your quote 💕💕

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4 JUL 2023 AT 20:37

मैं आशिक़ लफ़्ज़ों की,स्याही को थी तरस गयी,चाँदी (रजत) मेरे कलम तले, मैं चमक उठी मैं बरस गयी

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1 JUL 2023 AT 23:37

जब ज़िन्दगी की भाग दौड़ से थक कर चूर हो जाओ,आजाना
यहीं मिलूँगी मैं
तबतक के लिए, न मैं किसीकी न मेरा कोई🙏🏻

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1 JUL 2023 AT 18:07

कितनो को उतारेंगे आप
हर परत पर लिखा है नाम आपका
जल्द ही थक जाएँगे आप
ये चढ़ी परतें आपकी नाम की
पढ़ो तो क्या दिखलाती हैं
हर नाम में छुपा आपका हर बार का व्यवहार
कभी कोमल तो कभी कठोर बतलाती हैं



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16 JUN 2023 AT 0:26

अब ये हुकुम है कि मेरे पास न आये कोई
इसलिए रूठ कर बैठें हैं कि मनाये कोई
और मेरी मोहब्बत में तू ने पलट कर भी न देखा
जब लगता था कि गले से लगाये कोई
तो अब ये हुकुम है कि मेरे पास न आये कोई
मेरी बेगानी हरकतों का दिया तूने कोई सिलाह न
जब जी चाहता था हमको भी यूँ सताये कोई
तो अब हुकुम है कि मेरे पास न आये कोई
इसलिए रुठ कर बैठें हैं कि मनाये कोई
मैंने तो उठायी सत्ता तेरे नाम की महफिलों में
चाहत में कि हमको भी तो फरमाए कोई
तो हुकुम है कि मेरे पास न आये कोई
मोहब्बत में तेरी मैंने भूले मयखाने भी थे
कि इक रोज़ तो तू जाम पिलाये कोई
तो हुकुम है कि मेरे पास न आये कोई

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15 JUN 2023 AT 1:57

Always scared moving into a new bond...
My fear,my anxieties always scream not to do a lot to anyone but being so sensitive and gentle, I love taking care of him....
I smile when he's around, he's my happy hormone....
But sometimes all you need to do to yourself is telling you that at the end,you only are your reason of dopamine,stop expecting even 1% of all.....

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10 JUN 2023 AT 21:31

Na hansta hoon na rota hoon abhi main
Kisi shakhs ne patthar banaya hai mujhe yun

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