भारतीय लोकतंत्र सदियों से
फलता फूलता रहा है,
वैदिककाल से वर्तमान तक की
इस परिष्करण यात्रा में
गणतंत्र की सूरत बदलती रही,
संस्कार नहीं,
एक गौरवान्वित भारतीय नागरिक
के रूप में मुझे असीम
प्रसन्नता है
देश में भारतीयों द्वारा निर्मित,
भारतीय संस्कृति के गौरव भाव से ओतप्रोत
नव संसद भवन की प्रतिष्ठा और प्रवेश पर।
'वसुधैव कुटुंबकम्'।
~ आकांक्षा 'अवनि'
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पेशे से लेक्चरर, विचारधारा से कवि.. !
अंकगणित पढ़ते-... read more
जिनकी जितनी समझ और औकात होती है
उतने ही स्तर की उनकी बात होती है।
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दिल-ओ-दिमाग के झरोखे खुले हैं
मुद्दतों बाद जीने के हौंसले जगे हैं
घाटी की बारूदी धुंध में खोये थे अरसे से,
कुछ सतरंगी नज़ारे आज उस पार दिखने लगे हैं।
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श्रीरामचन्द्र पग धरत मही पर,
हर्षित लोक अरु पुलकित अवनि।
धीर सनेही परम अवतारी,
राम सम न कोऊ उत्तम चरिती।
~ अवनि
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Win over the calamities
Conquer the peaks,
Retaliate people who
want you to fail.
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'प्रेम' होता है तो शत-प्रतिशत होता है
आधा-अधूरा जो है वह मात्र 'आकर्षण' है !
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सामाजिक-राजनीतिक दर्शन और सर्वसम्मत विधि के रूप में जीवंत भारतीय संविधान का निर्माण करने वाले डाॅ. भीमराव रामजी अंबेडकर को नमन |
बाबा साहेब का जीवन एक विद्यार्थी, राजनेता और समाज सुधारक के रूप में सदैव प्रेरणा का आदर्श स्रोत है |
🇮🇳🇮🇳
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ज़िन्दगी के ये संघर्ष ख़त्म नहीं होते
मरते हैं तिल-तिल पर भस्म नहीं होते |
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मंज़िल के रास्तों में
कांटों पर चलता,
लहूलुहान होता,
मरते हौंसले को बार-बार ज़िंदा करता
चौखट तक पहुँचता.. और
फिर टूट जाता
ऐ खुदा, क्यूँ...
हर बार मैं ही क्यूँ ! @avni
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जीवन में चुनौतियाँ तो कई आएंगी
पर मज़ा तो तब है
जब आप नहीं टूटे
और चुनौतियों को तोड़ दें |
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