आदित्य गौतम   (बूदडबद)
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Joined 7 November 2019


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"दम"-बेदम खाली
खाली-खाली हम
"हर धक"-धक्के जैसी
धड़कनें गईं थम

गूँजती यादों में बच्ची सी, ठिठोली
ख्वाबों की-चाह की लुट चुकी जो झोली
नैन हैं झर चुके
बस बची है बटन!

"दम"-बेदम खाली
खाली-खाली हम
"हर धक"-धक्के जैसी
धड़कनें गईं थम

"शब्द"-'चाबुकों का बस चटाका'
अंधे बहरे मन पर क्या फटाका?
सुर से ही खाली हुई धुन

"दम"-बेदम खाली
खाली-खाली हम
"हर धक"-धक्के जैसी
धड़कनें गईं थम

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28 JUL 2024 AT 17:01

सधी हुई नज़र, परख चुने डगर
सचेत कानों से, छूटे ना एक खबर

खबर हो छूटी है,
डगर से पहले ही
बेपरवाही गिरने की,
ताकत फिर उठने की

परख हो छूटी है,
मदहोश ज़िन्दगी
ताकत भटकने की
रास्ते तलाशने की
सुनने की - धड़कनें,
फिर धुन चढ़ाने की।

सधी हुई नज़र - परख चुने डगर?
सचेत कानों से, छूटे ना एक खबर!

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चादर की सिलवट पर cotton candy बादल
होठों को कहते हैं, लब हैं हुए पागल

छन छन है पायल की, या टप टप बूृंदों की
खिलखिलाती सुबहा, छाई है तन मन में

कानों पर टाँगूँ ये, खुसफुस हँसतीं लहटें
कहने को मद्धम हैं धधकी हुईं लपटें

एड़ी से चोटी के ज़ोरों से काँपें हैं
एड़ी से चोटी तक ज़ोरों से हाँफे है

साँसों की आँहों को, मुस्कानों से भर के
कंगन की खन खन है, गूँजे है तन मन में

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आँखें गलनीं हैं,
बेह जानीं हैं
ज़िन्दगी है क्या?
क्या कहानी है?

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रुखसार सुन, गुन गुनाते लबों को
नमक काऽऽ ठिकानाऽऽ दिखा दोऽऽ
नैनों सुनो ख्वाबों की मरीचिका का
कहाँ हैऽऽ ठिकानाऽऽ बता दोऽऽ

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इश्क तुमसे क्या लड़ाए?
हम खुदी से लड़ रहे हैं
जाने किधर को बढ़ रहे हैं

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मेरी नब्ज़ें ज़रा परखो मेरी आँखो में भी देखो
ये आलम बदहवासी का समझ के पार हुआ है

....Completes in captions....

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अनंत प्रकाश वर्ष दूर
अपने ही गुरुत्वाकर्षण में टूटता
ब्रह्माण्ड का प्रचण्डतम् प्रकाश पुंज.....

... अनुशीर्षक में पढ़ें...

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15 AUG 2023 AT 11:40

प्रथम चुंबन करने वाले होठों ने जब झिड़का
मैंने लपेटी वासना, उसने त्याग दिया लालच!

अपना समर्पण कर उसने बाँधा आलिंगन
मैंने लाँघी देहरी
और 'डर पर विजय' में शौर्य पाने का लालच पा
हिंसक हो गया!

जब छूटती बाहों ने पकड़ को झटका
उसने उम्मीदें बिखेरी और
ज़िद गँवा कर भी बचपन बचा लिया!
मैंने जाना, 'जाने से रोकने पर ऊँचे हुए अहम' को

अंत में खुशी तलाशते मैं मूरख मुस्काने का अभ्यास करता
बोधी के नीचे बुद्ध बन मूर्खों से घिर गया
और मेरी यशोधरा ने इस बिखराव में पा लिया एकांत-ईश्वरत्व!

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23 JUL 2023 AT 23:04

आज का कृष्ण

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