काश, जिदगी सचमुच किताब होती,
पढ़ सकता मैं की आगे क्या होगा?
क्या पाउँगा मैं और क्या दिल खोयेगा?
कब थोड़ी ख़ुशी मिलेगी, कब दिल रोयेगा?
काश जिंदगी सचमुच किताब होती,
फाड़ सकता मै उन लम्हों को, जिन्होंने मुझे रुलाया है, जोड़ता कुछ पन्ने जिनकी यादो ने मुझे हसाया है,
हिसाब तो लगा पता कितना खोया और कितना पाया है? काश जिंदगी सचमुच किताब होती,
वक्त से आँखे चुराकर पीछे चला जाता,
टूटे सपनो को फिरसे अरमानो से सजाता,
कुछ पल के लिए मैं भी मुस्कुराता,
काश, जिंदगी सचमुच किताब होती !!! ,-
Aadi Sah
(Aadi)
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From Bhagalpur Bihar.
Ready for Hack.
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Joined 27 February 2020
4 DEC 2021 AT 10:13
31 OCT 2021 AT 21:39
पता हैं छठ आ रहा हैं,
फिर से घर मे सबका साथ आ रहा हैं,
वो कद्दू भात से सुरुवात होने वाला हैं,
फिर खरने के प्रसाद का इंतजार आ रहा हैं,
एक यही तो हैं जो पूरे परिवार को साथ ला रहा हैं,
इस साल भी डाले को सजा कर अर्घ का इंतजार आ रहा हैं,
पता हैं ना छठ आ रहा हैं ।-
17 JUL 2021 AT 0:58
मेरी साँसों मे, मेरी बातों मे,
मेरी धड़कन कि आवाजों मे,
तु ही तु मुझे मे तु!-
22 JUN 2021 AT 23:00
बाहर से जितना सुलझा हुआ दिखता हूँ।
अन्दर से उतना उलझा हुआ रहता हूँ।।-
23 APR 2021 AT 19:00
कभी कभी बोहोत सताता हैं
ये खयाल मुझे,
हम मिले ही क्यों थे अगर हमें
मिलना नही था..! 😔-
13 APR 2021 AT 0:04
जिंदगी तो वो है,
जिसके मौत पर जमाना
अफ़सोस करें, क्योंकि
मौत तो एक ना एक दिन,
सबको आना हैं!
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