कर के बेताब जज़्बात जगा देती हो तुम
और मेरी होकर भी बेहद फासले पर रहती हो तुम
कैसे करे हम तुमसे बातें
कभी जो हो फुर्सत तो आकर बैठो
जब हो प्यार भरी बातें ।।-
Male, Alone
Catch me if you can..
Like = Like
But F... read more
लगा के बिंदी पहैन के कंगन करे है वो तेरा इंतेज़ार
आ भी जा संवारिया बनी बैठी है वो बावरिया ।।-
मैं जाते जाते ठहर जाता
रुकता और
तुम्हारी सभी बातें भी सुनता
ना तो तुमने रोका ही और
ना पुकारा ही मुझे
तो फिर अब कैसा
शिकवा है मुझसे।।-
Lamhe fursat k dhundta hai dil raat o din
Milegi kab fursat puchta hai dil raat o din-
Besabab usko dekh leta hu mai
Ankho ko band karta hu
aur usko mehsoos kar leta hu mai-
शोर करती है
सवाल करती है
कभी बातें भी करती है
सन्नाटे भी भरती है
सुनती है सुनाती है
रुलाती है
और
शोर कर के
सुबह तक छोड़ जाती है ।।-
ताज़ीम में झुक कर उनको सलाम क्या कर लिया
उस कमज़र्फ तो हमें हक़ीर ही समझ लिया ।।-
मै स्वयं को दर्पण मे देखु के मै स्वयं क्या हुँ
और कोई मुझे देखे तो सोचे के मैं क्या हुँ
न मेरी काया रही है ना मैं ही मैं रही हुँ
सुंदरता समाप्त हो रही है
और मैं दिन बा दिन बिखर रही हुँ
ना मन को शांति है
ना जीवन मे प्रेम है
बस संसार मे है तन
मगर संसार मे,
कुछ भी सांसारिक नही है
मतभेद है मनभेद है परंतु
कुछ भी मनभावान नही है-