बहुत जल्द करीब आने लगे है,
लगता है मुश्किलें बढ़ने वाली है...!
-
"ॐ" अमित रजक...!🇮🇳
✔"ॐ" 6⃣th Oct 1995"🎂
✒Writer...✍! & Actor🎭!
®Em... read more
महसूस कई बार किया की वो कुछ कहना चाहती थी,
फिर लगा की वो आज़ाद पंछी थी,
जो ज़िन्दगी को अपने शर्तों पे जिया करती थी,
सब से बातें बेइंतेहा किया करती थी,
खुद से ज़्यादा दूसरों का ख्याल बेझिझक किया करती थी,
आज भी जब कभी किसी झल्ली सी लड़की से मुलाकात हो जाती है,
सच कहू तो उस पागल की याद आ जाती हैं....!
-
अच्छा सुन न,
वक्त निकाल के बात किया कर,
ये बेवक्त बातों में, जो तेरा Late Response होता है,
दरअसल उन दरमियां बहुत कुछ भूल जाया करता हूँ ..!
-
कितना अजीब बात हैं न,
मोहब्बत की बात करते है लोग,
लेकिन चाहते, सिर्फ़ चेहरे से है...!
-
यारों एक गुज़ारिश हैं आपसे,
गर मेरे अल्फाज़ आपके दिलों-जहन से गुज़रे तो,
उनका रुख अपने यारों के गली में भी मोड़ना,
ज़रा इन अल्फाज़ो को भी पता चले इनका वज़ूद कितना हैं...!-
गलतफ़हमी है उनकी की ठुकराया है हमने न जाने कितनों को,
काश उनकी गलतफ़हमी दूर कर सकते,
ख़ैर ये ग़लतफेमी भी अच्छी लगी,
कम से कम वो अपने कहानियों मे,
इन्हीं गलतफ़हमीयो के सहारे वो अपनी कमियों को नज़र अंदाज़ लिखें...!
-
दरअसल उसे हिंदी नही आती,
फिर भी वो मेरे हिंदी के Status को समझने की जद्दोजहद में लगी रहती है!-
बात वो हमसे आशिकी की करती है,
नादान है वो लड़की, जो हमे हमउम्र समझती है,
उसे समझाओ कोई,
दरअसल जिससे उम्मीद वो कॉफ़ी की लगाए बैठी है,
उसकी उम्र अब चाय पे आ टिकी है...!
-
“ॐ नमः शिवाय"
माना मुश्किल दौर है, संभल जाएगा।
ईश्वर इतना भी कहर न कर की,
तेरा बना इंसान भी बिखर जाएगा!
-
ज़िंदगी में यू तो कई दफा Admit हुआ Hospital मे,
लेकिन ये पहली दफा थी कि किसी Doctor से रू ब रू होके लगा,
यार, मरीज़ होने में ही बेहतर है...!
-