अ पूर्वा   (अपूर्वा❤️)
653 Followers · 128 Following

वोही होओ जो कि तुम हो- अज्ञेय
Joined 14 December 2016


वोही होओ जो कि तुम हो- अज्ञेय
Joined 14 December 2016
6 AUG 2022 AT 10:04

"सब कुछ तो है अब क्या चाहिए जीवन में" अमूमन ये बातें कामकाजी महिलाओं के कानों में पड़ती ही रहती हैं,अपना कमा रही हो,आत्मनिर्भर हो और क्या चाहिए हमको ये मिलता तो पता नहीं कितना अच्छे से करते...
कामकाजी होते हुए आप जीवन में कितना कुछ मिस कर देते हैं ये सिर्फ और सिर्फ़ आप जानते है... कईयों किलोमीटर काम पर पहुंचने से पहले आपको जल्दी उठना है,नाश्ता-खाना,ख़ुद का टिफिन और पीछे रह गए लोगों की सारी व्यवस्था सब देखना होता है,WHO के सर्वे के मुताबिक़ ज्यादातर कामकाजी महिलाएं एनिमिक हैं क्यूंकि सभी कामों के बीच जो काम न करना सबसे आसान है वो है ख़ुद का ध्यान रखना।
घर पर रह रही महिलाओं के पास समय है खुद को संवारने का,खूबसूरत दिखने का,चाची-मामी-मौसी से घंटों बतियाने का
पर....कामकाजी महिलाओं के ख़ाली समय में भी दिमाग में ये चलता है की कल का कौन सा काम आज निपटा लिया जाए।
खुद को पैंपर करने की बात तो दूर हम दूसरों से भी ये अपेक्षा करना छोड़ देते हैं।
"आज ये खाने का मन है"
"अरे तो वापस आते वक्त लेती आती"जैसी बातें सुनने के बाद खाने के साथ कहने की इच्छा भी मर सी जाती है।
हम कामकाजी हैं तो ये हमारा अपना निजी चुनाव है,यकीनन है पर जिम्मेदारियां उठाते,भागते दौड़ते इंसानी मशीन बने हम लोगों को कभी तो प्यार से इतना तो कहा ही जा सकता है,
"सच में तुम मेहनत करती हो यार,ये आसान तो बिल्कुल भी नहीं है।"

-


12 JUL 2022 AT 8:09

और मैंने अब जाना,प्रेम हमेशा लौटता है
कई गुना होकर लौटता है,अगर आपने दिया होगा तो ज़रूर लौटेगा...
जिसे दिया है उससे नहीं तो कहीं और से लौटेगा पर लौटेगा ज़रूर..
शर्त बस इतनी है की आपने प्रेम दिया हो,बस देने का दिखावा न किया हो।

-


11 JUL 2022 AT 19:54

तुमसे ये कहते हुए
"कब आओगे"
मैं हमेशा से जानती हूं जवाब
पर फिर भी
करती हूं यही सवाल बार बार
ताकि दे सकूं खुद को ये तसल्ली
देर से ही सही पर तुम लौटोगे ज़रूर
मेरे पास..
❤️❤️❤️

-


8 MAY 2022 AT 9:03

हर रोज़ पहाड़ों से बातें करते हुए बनाता हूँ ईजा,
तुम्हारा चेहरा,
पहाड़ों की जीवटता मुझे बताती है,कैसे तुम हर कुछ बेहतर करने की बात करती थी
जीवन की इतनी विषमताओं में जैसे पहाड़ यूं तटस्थ बने खड़े हैं
ईजा..
जीवन के हर पड़ाव पर चाहता हूं चुन पाऊँ मैं पहाड़ जैसा चरित्र..
और जब झुकने का अवसर आये,तो ऐसे झुकूं जैसे पहाड़ से उतरती नदी हो
मैं चाहता हूं ईजा मैं कुछ कुछ तुम सा हो जाऊं..

-


14 APR 2022 AT 9:07

जब जीवन में ये लगने लगता है,नहीं अब नहीं...
अब किसी पे यकीन नहीं किया जायेगा,
किसी के लिये ख़ुद को बिल्कुल भी नहीं बदला जायेगा,
ख़ुद से ज्यादा इम्पोर्टेन्ट किसी और को नहीं माना जायेगा,
तब..
अचानक..
कोई जीवन में आ जाता है,
आपकी सारी कोशिशों को नाक़ाम करता,
बिना आपको असहज किये,
कब वो आपके जीवन का सबसे इम्पोर्टेन्ट इंसान हो जाता है
पता ही नहीं चलता..
आप कोशिशें करते रहिये भागने की,पर प्यार आपको ख़ुद ही ढूंढ लेगा❤️

-


21 MAR 2022 AT 23:27

भयंकर और बुरी होती है उदासी कभी-कभी।
और जब आपको ये ना पता हो कि उदासी का कारण क्या है, तो छटपटाहट और बढ़ जाती है।
दिल करता है बस उस लम्हें में वो आपके पास हों,आपका हाथ थामें,आपको ये यकीन दिलाते हुए कि आपसे ज्यादा उन्हें आपकी जरूरत है।
वो आपको खुद से ज़्यादा चाहते है,आपका साथ उनकी जिंदगी है पर...
जरूरी नहीं सब मन चाहा हो,कभी कभी वो ही तो वजह है उदासी की,और उस पल भावुकता अपने चरम पर पहुँच जाती है!
लाख कोशिशों के बाद भी आप कुछ बुरा करते हैं,रोते हैं और मुँह सुझा कर बैठ जाते हैं।
पर हर लम्हें आप बस उनके साथ होने की दुआ करते हुए बुदबुदाते हैं
"कुछ भी हो पर इश्क़ है तुमसे"
❤️❤️❤️❤️❤️

-


22 NOV 2018 AT 10:26

लटें बुकमार्क हैं
चेहरे की रंगीन क़िताबों की...

-


29 NOV 2021 AT 19:52

जो लोग तुमसे प्रेम करते हैं उनपर दया मत दिखाओ,
खासकर तब
जब तुम न कर सको उनसे उतना ही प्रेम;
तो उन्हें स्वीकार लो,
या चले जाओ उनके जीवन से;
जैसे गहरी नींद में चले जाते है प्राण देह से.
उनपर दया मत दिखाओ
ख़ासकर तब
जब तुम ही उनके दुःखों का सबसे बड़ा कारण हो।

-


22 SEP 2021 AT 17:32

बात बस इतनी सी है कि कुछ खालीपन कभी भरे ही नहीं जा सकते,
जीवन की विडंबना ही यही है कि हम चाहते हैं जिसने ज़ख्म दिए हैं मरहम भी वही दे..😊

-


27 AUG 2021 AT 8:32

दुःख की सबसे बड़ी खासियत है कि ये अपने साथ बीते दिनों की नाकामयाबियाँ और आने वाले दिनों की इनसिक्योरिटीज ले कर आते हैं!!

-


Fetching अ पूर्वा Quotes