कि धुंधलाने लगी अब ख्वाहिशें भी
घड़ी के कांटों संग चलती है मगर
पहुंचना कहां है कुछ नहीं है ख़बर
बेमानी लम्हे दस्तक देते ख़्वाब में
और सोचे क्यूं फंसे इस अज़ाब में
शुक्रिया भी थोड़ा गिला है ज़िन्दगी
हैरान कर दिया है तूने ज़िन्दगी-
A√n¡
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Joined 5 September 2018
26 DEC 2024 AT 22:52
15 NOV 2024 AT 0:01
रोज़ होती बात इक ख़्वाब
दरमियाँ -ए- ख़्वाब तुमसे मिलना ख़्वाब
ख़्वाब के बीच ये भी इक ख़्वाब
😍-
7 OCT 2024 AT 12:24
इक छोटा -सा जीवन जो जीवन भर चलता है,
बचपन हर रोज ख़याल ओ ख़्वाब में मिलता है ।
🤝🤗-
1 FEB 2024 AT 0:59
क्यूंकि उम्मीदों
पर ही तो जिंदा हैं
ना कोई आइंदा
और न ही शर्मिंदा हैं
जिंदा भी क्या जिंदा
बस जिद्दी परिंदा हैं-
10 OCT 2023 AT 23:10
कुछ ख़्वाब रखे हैं सिरहाने,
कुछ अनजाने कुछ पहचाने ॥
इसी वक्त यहाँ आ जाते हैं,
हर रोज मुझे ये समझाने ॥
चल ऐसा कुछ कर जाते हैं,
तू ख़ुद अपने को पहचाने ॥
बुन ऐसे कुछ तू अफसाने,
भर जायें दिल के पैमाने ॥
माथे पे कोई शिकन न हो,
चेहरे पे हों बस मुस्कानें ॥
या रब! कुछ तो रहमत हो,
ये ख़्वाब हैं मेरे बचकाने ॥-
25 MAR 2023 AT 23:10
Glittering joy of your Lover,
The sound of your Laughter
Is Like A Happiness Shower,
The sound of your Laughter is
still echoing in memories' flower.-