उनके वादों से गर हम मुकर जातेऐ ज़िंदगी! हम भी कुछ कर जाते -
उनके वादों से गर हम मुकर जातेऐ ज़िंदगी! हम भी कुछ कर जाते
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दुनिया की रिवायतें अपनी जगह बेशकमेरा अपना तरीका है तुम्हें पाने का -
दुनिया की रिवायतें अपनी जगह बेशकमेरा अपना तरीका है तुम्हें पाने का
नींद पिछली रातों को कभी सोने न दीख़्वाब अगली रातों के इस क़दर छाए -
नींद पिछली रातों को कभी सोने न दीख़्वाब अगली रातों के इस क़दर छाए
फरेबो-मकर का तजुर्बा ऐसे बांटा हम नेगुल देने के बहाने चुभो दी कांटा हम ने -
फरेबो-मकर का तजुर्बा ऐसे बांटा हम नेगुल देने के बहाने चुभो दी कांटा हम ने
ये इश्क है तलब, या तालिब है या मतलूबखुल जाए गर भरम तो ये कुछ भी नहीं है -
ये इश्क है तलब, या तालिब है या मतलूबखुल जाए गर भरम तो ये कुछ भी नहीं है
कैसे कहें वो बंदा , क्या क्या कमाल रखता हैक़ब्जे़ में अपने दिल को,दिल में दिमाग़ रखता हैکیسے کہیں وُہ بندہ کیا کیا کمال رکھتا ہےقبضے میں اپنے دِل کو، دِل میں دِماغ رکھتا ہے -
कैसे कहें वो बंदा , क्या क्या कमाल रखता हैक़ब्जे़ में अपने दिल को,दिल में दिमाग़ रखता हैکیسے کہیں وُہ بندہ کیا کیا کمال رکھتا ہےقبضے میں اپنے دِل کو، دِل میں دِماغ رکھتا ہے
जज़्बात, ना हो अभी बेक़रारचार दिनों बाद आएगा इतवार -
जज़्बात, ना हो अभी बेक़रारचार दिनों बाद आएगा इतवार
फुरसत में रहो तो सांसे गिना करोघटती हुई चीजें भी इबरत पज़ीर हैं -
फुरसत में रहो तो सांसे गिना करोघटती हुई चीजें भी इबरत पज़ीर हैं
बच्चे दिखे जब घर में बंदसमझो कि शहर आ गया بچّے دیکھے جب گھر میں بندسمجھو کہ شہر آ گیا -
बच्चे दिखे जब घर में बंदसमझो कि शहर आ गया بچّے دیکھے جب گھر میں بندسمجھو کہ شہر آ گیا
पहुंचा दे मुझे कोई अब दरिया के किनारेदेखो मैं दब गया हूं नेकियों के बोझ सेپہونچا دے مجھے کوئی اب دریا کے کنارےدیکھو میں دب گیا ہوں نیکیوں کے بوجھ سے -
पहुंचा दे मुझे कोई अब दरिया के किनारेदेखो मैं दब गया हूं नेकियों के बोझ सेپہونچا دے مجھے کوئی اب دریا کے کنارےدیکھو میں دب گیا ہوں نیکیوں کے بوجھ سے