अब मुझे नींद की तलाश नहीं..
रातों को जगना,अब अच्छा लगने लगा है..
पता नहीं में आपके काबिल हूं या नहीं..
या आप मेरी क़िस्मत में हो या नहीं..
लेकिन आपको ख़ुदा से मांगना..
बहुत अच्छा लगता है..!-
ना जाने
हर वक्त कुछ सोचती रहती हूँ..
जो सामने नहीं..
उसी को खोजती रहती हूँ..
बदली बदली सी हूं अब में
जो सिर्फ़ कुछ लोगों का कहना है..!
मैं तो जी रही हूं अपने आप में..
अपने ही ख्यालों में..
बिना शब्दों के..
अपने दिल की आवाज़ में..
बस कुछ ख़्वाबों की तलाश में..!-
Being Alone is not
a sign of weakness.
I think this stage of life
comes once in
everyone's life.
So we should use
this stage in such
a way that it play
a positive role in our life..!-
मैं बहुत पागल सी,थोड़ी समझदार हो गई हूं.!
बहुत बाते करनी वाली,ज्यादा चुप रहने लगी हूं..!
बात बात पर रोने वाली,बड़ी बड़ी बाते सहने लगी हूं.!
बहुत हंसने वाली,शांत रहने लगी हूं .!
बेसब्र सी मैं,सब्र करने लगी हूं.!
बस अब,मंजिल की चाहत है ..?
इसलिए मैं सफ़र में हूं ,खोई नहीं.!-
जरूरी तो नहीं की मोहब्बत ही हमें सोने ना दे,,
हमारे ख़्वाबों का जुनून भी हमें सोने नहीं देता,,
"ख़्वाब" भी मोहब्बत से कम नहीं,,
पूछ कर देखो ख़्वाबों से मोहब्बत करने वालों से,,
जो चैन से सो भी नहीं पा रहे...
उन्हें पता है "मोहब्बत"
एक समय बाद साथ छोड़ ही देती है,,
लेकिन "ख़्वाबों की मोहब्बत"
कभी साथ नहीं छोड़ती...
ओर ज़िन्दगी में कभी ना कभी तो,
"ख़्वाब ओर हमें" मिला ही देती है👣-
"ऐसे ही नहीं मुस्कुराता चेहरा
खामोश हो जाता है,
कुछ बेईलाज़ दर्द,
आवाज़ छीन लेते हैं"!-