(Geet. Writing..)
57 Followers · 7 Following

read more
Joined 16 May 2023


read more
Joined 16 May 2023
22 AUG AT 14:03

It thinks by shadowing another’s light, it will rise like the sun,
Yet the more jealousy opens its mouth, the more it comes undone.

-


15 AUG AT 0:07

इतना ना जलो हमसे कही राख बन जाओ,
मुझको मिट्टी में मिलाते कही खाक बन जाओ।
मेरे सच की गवाही तो मेरे वक्त ने दी हैं,
तुम भी कीचड़ से निकलो थोड़े पाक बन जाओ।।



-


13 AUG AT 22:06

झूठ, फरेब झूठी अफवाहों का सहारा लेती हैं ये बेचारी,
खुद मेहनत करके उठना मुमकिन नहीं तो दूसरे को गिराती हैं ये दुनियादारी।।

कैसे दूसरे के घर मैं घुसे, कैसे दूसरे की कमजोरी ढूंढे,
कैसे दूसरे की खबरें निकाले, कैसे उसमें मसाला ढूंढे।
थोड़ा खुद से नमक मिर्च लगाके कैसे समाचार बनादे,
खुद का नाम तो बना नहीं सकते, चलो नाम वाले को ही बदनाम करा दे।।

खुद का घर शीशे से बदतर हैं समस्या की जड़ हैं ये सारी,
फ़िर भी हाथ मैं पत्थर लिए घूमती हैं ये दुनियादारी।।।

-


12 AUG AT 7:19

यूं ही नहीं नई राहें निकलती, यूं ही नहीं समाज बदलता हैं।
भेड़ों के झुंड में किसी को तो इंसान बनना पड़ता हैं।।

-


28 JUN 2024 AT 0:54

भारी नोट नहीं, हल्के सिक्के शोर मचाया करते हैं
जुझारू लोग तो अपने कर्मो से ही इतिहास बनाया करते हैं।।

-


23 JUN 2024 AT 1:04

चमकाए ओर तराशे का फर्क हम बेहतर समझते हैं,
संघर्षों के जोहरी हैं हम, मेहनती नगीनों की परख रखते हैं,

-


6 JUN 2024 AT 6:11

I took some flights, and I had some fights.
I did almost everything possible to save my rights.
It was not that game; I was ready to play.
But I had one life, so I lived it my way.

I got  pain, failures in the chain.
It was not easy coming out of insane. 
It's not black or white; I saw fifty shades of gray.
But I had one life, so I lived it my way.

Your life is always going to be your reflection.
Settling for less than what you deserve is not an option.
People who don't like your path can take the highway.
But you have one life; you live it your way.

-


15 APR 2024 AT 16:29

ईस जीवन रुपी नदी में, तू पानी सा बस बहता जा!
तू अपनी मूल- प्रकृति रख,और हर रंग में खुदको रंगता जा!!

चट्टानों सी विकट स्थिति में, तू शांत मन से अपनी राह निकलता जा,
राह में पत्थर हो या फूल तू समभाव से उनसे गुजरता जा!!

राह के हर पौधे को सींच वृक्ष बना तू और मनो को शीतलता देता जा!
राह की गंदगी को निर्मलता दे तू खुद अथक निरंतर बहता जा!!

तू अपनी लहर की गति से दुनिया में ऐसी बिजली ला!
हर जीव के कुछ काम आए जो ऐसी कोई क्रांति ला..!!

ईस जीवन रुपी नदी में, तू पानी सा बस बहता जा!
तू अपनी मूल- प्रकृति रख,और हर रंग में खुदको रंगता जा!!

Geet. Writing..












-


24 JAN 2024 AT 23:54

कुछ तुम सिखाओ ए जिन्दगी,कुछ हम खुद से सीख जाएगें,
थकना, रुकना, चलना लगा रहेगा पर सफर शानदार बनाएंगे।।।।

-


28 OCT 2023 AT 16:41

जीवन में हर लड़ाई के लिए तैयारी होनी चाहिए पूरी,
लेकिन कौनसी लड़ाई लडनी है इसकी समझ है जरूरी!!

-


Fetching Quotes