तेरी खूबसूरती की तारीफ में क्या लिखूं,कुछ खूबसूरत शब्दों की अभी तलाश है मुझे। -
तेरी खूबसूरती की तारीफ में क्या लिखूं,कुछ खूबसूरत शब्दों की अभी तलाश है मुझे।
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अब इतना भी खूब ना लिखा करो यारो,आप सबके अल्फ़ाज़ों से इश्क़ सा होने लगा है। -
अब इतना भी खूब ना लिखा करो यारो,आप सबके अल्फ़ाज़ों से इश्क़ सा होने लगा है।
सबने कहा, बेहतर सोचो तो बेहतर होगा,मैंने सोचा, उसको सोचूँ, उससे बेहतर क्या होगा। -
सबने कहा, बेहतर सोचो तो बेहतर होगा,मैंने सोचा, उसको सोचूँ, उससे बेहतर क्या होगा।
नुमायश करने से चाहत बड़ नहीं जाती,मोहब्बत वो भी करते हैं जो इजहार नही करते। -
नुमायश करने से चाहत बड़ नहीं जाती,मोहब्बत वो भी करते हैं जो इजहार नही करते।
मुझ से खुशनसीब है मेरे लिखे हुए ये लफ्ज,जिनको कुछ देर तक पढेगी निगाह तेरी -
मुझ से खुशनसीब है मेरे लिखे हुए ये लफ्ज,जिनको कुछ देर तक पढेगी निगाह तेरी
सुना है दिल से याद करो तो खुदा भी आ जाता है,हमने तो तुम्हें सांसो मैं बसाया फिर भी अकेले है! -
सुना है दिल से याद करो तो खुदा भी आ जाता है,हमने तो तुम्हें सांसो मैं बसाया फिर भी अकेले है!
माली चाहे कितना भी चौकन्ना हो,फूल और तितली में रिश्ता हो जाता है। -
माली चाहे कितना भी चौकन्ना हो,फूल और तितली में रिश्ता हो जाता है।
अश्कों से भीगे पन्ने पर यूँ लफ्ज़ सिमटते गए,दर्द से बेहाल कलम और ज़ज़्बात पिघलते गए -
अश्कों से भीगे पन्ने पर यूँ लफ्ज़ सिमटते गए,दर्द से बेहाल कलम और ज़ज़्बात पिघलते गए
ख़ामोशी की तह में छुपा लो सारे उलझनें,शोर कभी मुश्किलों को आसान नहीं करता। -
ख़ामोशी की तह में छुपा लो सारे उलझनें,शोर कभी मुश्किलों को आसान नहीं करता।
मैंने तो देखा था बस एक नजर के खातिर,क्या खबर थी की रग-रग में समां जाओगे तुम। ? -
मैंने तो देखा था बस एक नजर के खातिर,क्या खबर थी की रग-रग में समां जाओगे तुम। ?