बहुत चालकी से वो खेल गया
धोखा भी खुद दिया ,,
और धोकेबाज भी
हमें कह गया ।।-
खुद को सम्भालने की कोशिश करती हूँ
मगर कभी -कभी टूटकर बिखरती हूँ
दिल कमजोर हो गया है बहुत मगर
ऊपर से कठोर बनी रहती हूँ,,
कहती नहीं तुम्हारे बारे में कुछ किसी को
मगर तुम्हारा हाल जानने की ख़्वाहिश रखती हूँ
जितना हो पाता है उतनी चेहरे पर मुस्कुराहट रखती हूँ
मगर अब हर छोटी -से छोटी बात पर रो देती हूँ
कोई दूसरा परेशान हो तो उसकी परेशानी समझकर समझाती हूँ,,
अपने हाल के बारे में मैं किसी को कुछ ना कह पाती हूँ
हालात बदल रहे हैं तो दिल घबरा रहा है
दूर हूँ तुझसे फिर भी दूर होने का डर सता रहा है
तेरा एक फिर मुझे मेरे सवालों संग छोड़कर जाना
और मेरे जाने के बाद तेरा दूसरो संग खुशियां मनाना
दिल से ये ख्याल निकाल चुकी हूं कि कभी तुमने मुझसे प्यार किया,, क्योंकि इस प्यार में तुमने कुछ ना दिया बस नाम का रिश्ता बनाकर भूल गये तुम्हारी खुशियां इस कदर जाहिर होते देखा मेंने जैसे लगा तुम मेरे जाने का ही इंतजार कर रहे थे,,
जो हुआ सो हुआ बस एक बात मैंने अपने मन गांठ मार ली है कि हालात में भी रहूं अब तुम्हारी तरफ अपनी जिंदगी का रूख कभी मोड़ना नही है ...
और तुम जो भी करो मुझे तुम्हारे बारे में अब सोचना ही नहीं है ..!!🙏-