सब कुछ लिख के
आज फिर से अधूरा हो गया
मैं-
तू क़ायनात सी लगी थी,
अब एहसास होता है मुझे
वो दिन नहीं रात थी ... read more
2 करोड़ रोजगार देने के बाद बीजेपी बिहार में 19 लाख को रोजगार देगी जुमला धर्म नफरत मनुवाद की राजनीति करने बाले
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बेरोजगारी में बुरा हाल हुआ गैस चूल्हा सब्जी राशन जी का जंजाल हुआ चूल्हे के भाव पहुंचे 800 के पार अबकी बार फिर से मोदी सरकार टमाटर प्याज इतना महंगा इतने में तो हो जाए आदमी का गौना दाल चावल ना पूछो कब खाए थे दाल के भाव सुनकर मेरे क्या मेरे बाप को भी चक्कर आये थे हर दिन झटका लगता है जब बाजार में सब्जी लेने निकलते ,
अब जब भी सब्जी लेने निकले बैंकों से लोन लेना ना भूलें जल्दी आएगा सब्जी पर लेने वाला लोन और सब्जी पर देने वाला बैंक लोन !-
कितना मुश्किल होता है ,
दूसरे के विचारों को अपनाना !
कितना मुश्किल होता है ,
अपने विचारो की अभिव्यक्ति,
दूसरों के सामने रखना !
कितना मुश्किल होता है ,
खुद को दबाए रखना !
कितना मुश्किल होता है,
सब कुछ जानकर नासमझ बने रहना !
कितना मुश्किल होता है ,
सब पाकर भी कुछ न होना!
कितना मुश्किल होता है ,
अपनों को साथ बनाये रखना !
कितना मुश्किल होता ,
वादा करके निभाते रहना !
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बेचैनी है सुबह से ,
क्या खोया है ,जो खोज रहा हूं,
सुकून कहाँ हैं ?
पता नही ,
चौखट दर चौखट ढूंढ आया हूँ!
मुस्कान चेहरे पे बना के,
हर एक शख्स को
लिख के झूट बोल आया हूं
अजि......
मुझ सा महज़ूज़ कोई नही !
*महजूज़ - खुश-
कमियाँ तुझमे नही
मुझमे हैं !
शिकायत तुझसे नही
खुद से है !
डोर तुझसे नही
मुझसे टूटी है !
अजि..
किसी काबिल न है तू ...-