If you treat your work as a work how does it work.
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19 DEC 2021 AT 22:00
शायद इन लम्हों में जिन्हें मैं अभी जी रही हूं, किसी अपने के एहसास में या उसके ख्वाब में।।
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19 DEC 2021 AT 12:02
न राधा थी न रुक्मणी न मीरा जैसी चाह थी, मानो जैसे गिरधर में ही बस गई उसकी जान थी।।
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19 DEC 2021 AT 11:52
अंधविश्वास नहीं है, बस खुशियों को नजर लगने से डर लगता है।
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9 DEC 2021 AT 22:02
ये कमबख्त दुनिया हर रिश्ते में नाम ढूंढती है न जाने किस तराजू में तोलती है, पर इस तोलमोल में शायद ये भूल गई दुनिया कि ; तेरे रिश्ते को भी किसी तराजू ने तोला होगा।
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29 NOV 2021 AT 14:55
मेरा तो दिन ही तुम से शुरू होता है, अब क्या शामे भी अपनी नाम करोगे। ~tea lover
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22 NOV 2021 AT 22:41
इन आंसुओं को भी बहना था, तालाब नहीं सागर बनना था; पर ये तो थम गए उसी वक्त जब किसी अपने ने इसका पता पूछा।।
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12 NOV 2021 AT 17:29
जीवन उपन्यास होनी चाहिए कहानी नहीं।
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26 JUL 2021 AT 7:53
इस किताब के पन्ने मैं रोज पढ़ा करती हूं, हर रोज़ एक नई कहानी को जिया करती हूं, जब भी किसी खास की याद आती है , तो ये यूं ही आंखें नम कर जाते हैं ; आंसूओं के बहाने ही सही पर दिल के कई राज खोल जाते हैं।
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13 JUN 2021 AT 19:40
We always think about tomorrow and forget to live in today.