मेरे तबस्सुम में वो मुस्काना उसका,
याद है मुझे छोड़कर जाना उसका।-
दर्द की तलब होगी जो "लहर" यहाँ बहती है।
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चलते रूकते रुकते चलते
इस पथ में आप जो मिले,
सर पे मिला आशीष का हाथ,
साथ चारु का अहसास सदा चले,
अनमोल इस पथ पर अनमोल आप विद्यमान सदा रहें,
जन्मदिवस पर बिटिया आपकी दुआ स्वरूप यही कहे।🎂🎂🎂🎂🎂🎂💐💐💐💐-
रफ़्तार मेरी तुम रोकने का हूनर रखते हो,
छोड़ो भी कहाँ तुम "लहर" सा सफ़र करते हो।-
किस किस को ज़वाब दें अब,
किसको सही ग़लत का प्रमाण दें,
बस हो अब इतना कि ख़ामोश रहें,
बेतुके ज़हां को ऐसे ही लताड़ दें।-
एक नज़र ही तो थी तुझे अपने भीतर बसाने के लिए,
फ़िर धड़कनों ने तुझे पढ़ा इस क़दर कि अब मुझमें
तेरा ही तेरा सिर्फ़ तेरा ही नूर है।-
बस एक ही तो लफ्ज़ लिखने की कोशिश थी मेरी,
वो भी पूरी होते होते अधूरी रह गई।-
मैं गैरों से ना
करूँ गुफ्तगू
भी तो कैसे,
मेरे अपने
कहाँ मेरे
अपने रहें -
ये अंधेरा छंट जाए किसी तरह,
अब इक सवेरा चाहिए,
होठों पर जो लाए सुकून की लकीर,
मुझे वो दांव चाहिए,
होना है गर बुरा कुछ तो, हो मेरे साथ,
मेरी ममत्व पर ना आए आँच,
मुझे वो छांव चाहिए।-
इश्क़ का लिहाफ बन आ मुझसे लिपट,
मेरी हर राह हर चाह तुममें गई है सिमट।-