ज़िन्दगी
एक आस और एक काश में डोलती है ज़िन्दगी,
उम्मीदों और निराशाओं का समावेश है ज़िन्दगी...
कुछ मिलते हैं,कुछ बिछड़ते हैं,इस सफ़र में ज़िन्दगी,
रोशनी की चाहत में,अँधेरे को चीरती ज़िन्दगी...
कठपुतली सा नाच रहे हैं,रंगमंच हैं ज़िन्दगी,
शतरंज की बिसात के बस प्यादे हैं ज़िन्दगी...
सुना हैं,तेरा वजूद भी उसके हाथों में हैं ज़िन्दगी,
फिर क्यों तरसता और तड़पता हैं ,जब मुक़द्दर तय हैं ज़िन्दगी...
मीलों चलना हैं,अभी से क्या थकना हैं जिंदगी,
आराम के लिए मौत खड़ी हैं,कुछ पल जिले ज़िन्दगी...
एक अवसर मिला हैं,ऐसी अदाकारी दिखा ए ज़िन्दगी,
रोते हुए अकेले आया था सबको रुला कर जाए ए ज़िन्दगी...
-