नमामि शमीशान निर्वाणरूपं,
विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपं !
निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं,
चिदाकाशमाकाशवासं भजेहं !!
निराकारमोंकारमूलं तुरीयं,
गिरा ग्यान गोतीतमीशं गिरीशं !
करालं महाकाल कालं कृपालं
गुणागार संसारपारं नतोहं !!
🙏*हर_हर_महादेव*,🙏- यक्ष योगी
10 APR 2018 AT 11:52