24 MAR 2018 AT 23:19

चलो परखने  को.. शीशे लगा लें घरों में
कौन किसका भला चाहता है
सुबह देखतें है कितने ख्वाब
टुटा बिखरा नज़र आता है ||

- यज्ञदत्त #यज्ञ