21 DEC 2017 AT 16:22


खाओ पियो मस्त रहो।
रहो अलमस्त रहो।
कल का सोचना ये बंध करो।
करो तो आज का प्रबंध करो।
नहीं तो चुप रहो मुंह बंध रखो।।

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