24 DEC 2021 AT 15:07

ये समाज तो आज शिक्षित है
पर फिर भी नारी शिक्षा पाप हैं
साल बीत गए लेकिन समाज के लिए
आज भी नारी एक अभिशाप है
मर्दों की नहीं पर
नारी के कपड़ो का आज भी नाप है
इक्कीसवीं सदी में भी
नारी अभिशाप है।

वक्त बदल गई पर
बच्चों का सम्मान आज भी बाप है
पर इन सोचों की जिम्मेदार
सिर्फ़ समाज है
पर इन बातों को सुनके अगर समझे नहीं
तो अगले पीढ़ियों के इस सोच का जिम्मेदार
सिर्फ़ और सिर्फ़ आप हैं
साल बीत गए वक्त बदल गए
पर आज भी नारी एक अभिशाप हैं ।

- Aadya♡durgapriya♡