Ek ladki hai Jo kaatil to nahi Par nazro se uske kaafi qatal ho jaate hain Aankhe me uske koi jaadu to nahi Hum bekaabu ho jaate hain Wo khushboo hai Ya jhoka hai Kya uska hona sach hai Ya dhoka hai
खुद को इतना तवज्जो देना अच्छा नहीं होता कोई आये आप से बात करे आप को अपना वक्त दे उससे बेरुखी करना अच्छा नहीं होता कभी अगर अकेले हो और किसी के होने के चाहत हो उस वक्त कोई न हो वो हम ने महसूस किया है इसलिए आप से गुजारिश है कोई आप मे दिल लगाए उस बात मे दिमाग लगाना अच्छा नहीं होता खुद को इतना तवज्जो देना अच्छा नहीं होता ..........
Shaant samundar se Dard ki gehraai samete hue Kabhi haste hue kabhi chhalakte hue Hase to lage ki sab taraf bahaar hai Udaas ho to lage ki sab bewajah bekaar hai Kya misaal doo inki Indradhanush kisi ko lage Kisi ko aaina Koi dekh kar har roz marey Koi bin dekh jee na paaye Jaaney kya raaj hai inme Koi to bataaye
सुनो दिवाली तुम आई हो फिर एक बार इसी साल से कोरोना ने भी मचा रखा है हाहाकार रौशन दीपों से तो हर बार हम अमावस को हराते हैं इस बार कर के मन को रौशन कर थोड़ा आगे जाते हैँ पशु पक्षियों से पेड़ पौधों से भी थोड़ा प्यार जताते हैं आखिर उनके फल फूलों घी तेल से ही हम पूजा कर पाते हैं आओ अंदर के तमस को मिटा कर मन का दीप जलाते हैं आओ इस दिवाली को हम औरों का जीवन में कुछ उजियारा फैलाते हैं