शुक्रिया महेंद्र सिंह धोनी, माही, 07, थाला
हां कोई आया था,
जिसने हमारी टीम को जीतना सिखाया था,
2007 में जब किसी को उम्मीद नहीं थी,
उसी ने नए चेहरों पे विश्वास दिखाया था।
भारत को वो नंबर 1 पे लाया था,
जब तक विकेट के पीछे वो था,
बैट्समैन क्रीज छोड़ने से घबराया था।
सचिन के आउट होने के बाद भी,
वो था जिसने लोगों का टीवी ऑन रखवाया था।
कैसे भूलोगे 2011 में वो आखिरी छक्का उसी ने लगाया था।
जब जब टीम हमारी मुश्किल में पड़ी थी,
उसने आकर पार लगाया था।
रांची का वो लड़का जिसने पूरी दुनिया में अपना डंका बजाया था।
छोटे शहर वालों के भी सपने पूरे होते है,
सबको ये यकीन दिलाया था।
हां कोई आया था, जिसने क्रिकेट में मेरा ध्यान लगाया था,
अपनी हर टीम में मैंने उसे ही कप्तान बनाया था।
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