वीणाधरे विपुल मंगल दान शीले भक्तार्त्तिनाशिनी विरञ्चि हरीशवन्द्ये। कीर्तिप्रदेऽखिल मनोरथदे महार्हे विद्या प्रदायिनि सरस्वति नौमि नित्यम् ।।
-
मैं एकाकी अकेला अपने मन का मनमौजी।
लोगों के बीच की दूरियाँ मिटाता हूँ,
इंजी... read more
भावनाओं और यादों के उठते ज्वार सँभाल
उम्मीदों की लो लिए मैं शहर
अपने अन्दर एक गाँव लिए आया हूँ।-
कमबख्त जमाने की
फिक्र इतनी रही
एक अरसा हो गया
खुद से मिले हुए।-
जिन्दगी सिर्फ साँसें देती है, जीना नहीं सिखाती
ये तो आप पर निर्भर करता है कि
आप कैसे जीना चाहते हैं।
तो जिन्दगी के मजे लीजिये वरना
वो तो आपके मजे ले ही रही है।— % &-
May divine light of Diwali
spread lots of peace,prosperity,
happiness and good health
in your life.
Happy Diwali-
नहीं चाहिए मुझे कोई विशेषाधिकार
बस खोल दो मेरे बन्धे हाथ
और हटा लो
अपने आँख में पड़ी प्रश्नचिन्ह की पपड़ी
छोड़ दो हमें हमारे हाल पर
यदि अर्द्धनारीश्वर का अस्तित्व है प्रकृति में
तो अवश्य हम हैं इतने सबल
जो बना सकें पूरे विश्व में अपना स्थान
यदि आप से एक कदम आगे नहीं
तो बराबर तो अवश्य!-
अगर उठना
आपकी नियति है
तो रास्ते
चट्टानों के बीच भी
निकल आते हैं।-