व्यक्ति, एक दिन चला जाता है वस्तु, वैभवों को यहीं छोड़कर । न आता है कोई, किसी के साथ, न जाएगा भी कोई, किसी के साथ । बस, अपना अपना पार्ट बजाना है, अच्छाई, सच्चाई, वफ़ाई, भलाई के साथ ।।
एकांत में, एक अनंत ईश्वर की मधुर याद में कुछ पल दुनिया की शोर से दूर, shore पर वायु विहार, मन~हृदय~आत्मा को आनंद, महदानंद, परमानंद, सत्यानंद की अनुभूति करवा देता है।
Spiritual knowledge is that power of light, which lights, lightens, brightens, enlightens the life and fulfills the divine desires, demands and dreams by filling the apron of life with light of bliss and happiness.