प्रेम आग का दरिया नहीं,मगरजिम्मेदारी का वो समुद्र हैंजिसे पार कोई कृष्ण ही कर सकता हैं। - Vandemataram
प्रेम आग का दरिया नहीं,मगरजिम्मेदारी का वो समुद्र हैंजिसे पार कोई कृष्ण ही कर सकता हैं।
- Vandemataram