Vaidika Kashikar  
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Runner|Pharmacist|Reader|Writer|Doer
Joined 28 July 2017


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19 JAN 2023 AT 7:42

सुकून और अज़ियत🌼

ऐ ख़ुदा!
37,000 से ज़्यादा जज़्बात मुख़्तलिफ़
और उन्हें बाँधते ये दो लफ्ज़
एक मिले तो लुट जाएँ, और
एक मिले तो तर जाएँ
इस नाचीज को दोनों संग में मिला -

- "तू है" इस बात का सुकून और हाय ये तुझ से दूरी की अज़ियत!

मुख़्तलिफ़ - Different
सुकून - Peace
अज़ियत - Pain

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27 JAN 2021 AT 9:53

I shine.

-


27 JAN 2021 AT 9:52

Build myself from the scratch again! And again. And again...

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23 JAN 2021 AT 13:28

जाम भर दो, पैमाने हो गए हैं खाली,
अब चढ़ रहा नशा है, होने वाला है बवाल!
अब लपेटे जाएंगे महफ़िल में किस्से मेरे,
अब रुके न मय, उठे न अब कोई सवाल!!🤣

- वैदिका काशीकर

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23 JAN 2021 AT 9:20

"इसने सपने देखे जो, सब तोड दिये जायें!
और इनकी आवाज़ इसके कान चीर जाए,
न अगली दफ़ा ऐसी कोई ग़ुस्ताखी होगी,
अरे इश्क- मोहब्बत जाने दे, क़ुरबत भी न होगी।
ये किसने डाला इसके नसीब में ज़रा-सा सुख?
क्या मालूम नहीं तुमको, इसे देना है बस दु:ख?
पिछले जाने कितने जन्म इसने ऐसे काटे,
इसके लिए नहीं लिखनी हैं सुकून की बातें !
जो आ रहा तरस हो इसपे, अपनी जगह दे दो।
तुम जियो धरा पे बन मनुज, जन्नत इसे दे दो!"

- हुई नहीं फ़रिश्तों को बात ये क़ुबूल🤷‍♀️
अब बो रहे हैं मेरी ज़िन्दगी में ये बबूल🤦🏻‍♀️
ख़ुदा की हो तमन्ना तो चू भी करे कौन?
जिनके भी मन उदास थे, वो सब भी हुए मौनI
अब मैं भी उन फ़रिश्तों का लिहाज़ रखती हूँ
मैं टूट रही हूँ- ये बात राज़ रखती हूँ।

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23 JAN 2021 AT 9:15

Zindagi ke paimane ab talak hain khali
Kitne hii din beete kaho baat kuchh nirali
Kya ho gyi hai gham ke tajdaar ki shab kaali
Arrey ye gaa raha hai kaun itni raat me qawwali?

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4 NOV 2019 AT 11:12

तो
त्याच़ ज़गणं
त्याच़ अस्ण
त्याच़ नस्णं
कविता म्हणजे त्याने जीवंत्त केलेलं मृत अक्षरांच़ डोंगर।
कविता म्हणजे तो
कविता म्हणजे तोच़।

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4 NOV 2019 AT 3:42

बरसों बीत गए यूँही
मैं जाग रही हूँ, जाग रही हूँ।
मीलों दूर निकल आई
मैं भाग रही हूँ, भाग रही हूँ।

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2 NOV 2019 AT 1:14

हाय! मैंने तो भुला दिया है,
बीती सारी बातों को,
लेकिन वो नहीं भूला कुछ,
ये बार बार याद आता है।

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2 NOV 2019 AT 1:10

कहने को तो कम ही है
उसका ग़म मेरे ग़म से
अब गुस्सा ये आता है
उसका ग़म मेरे ग़म से ज़्यादा है!

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