सिंह गमन, सत्पुरुष वचन, कदली फलै इक बारतिरिया तेल, हम्मीर हठ, चढ़ै न दूजी बार। - Vaibhav_pareta
सिंह गमन, सत्पुरुष वचन, कदली फलै इक बारतिरिया तेल, हम्मीर हठ, चढ़ै न दूजी बार।
- Vaibhav_pareta