सवेरा रोज़ होता है, रात रोज़ आती है अपने साथ अनेक सोच लाती है वो सोच के समंदर की गहराई पार करने की कोशिश, फिर नया सवेरा लाती है लेकिन रात फिर आती है फिर वो अपने लहरों में खींच ले जाती है, ये प्रक्रिया चलती रहती है कोई निष्कर्ष नहीं आता लेकिन सवेरा रोज़ होता है रात भी रोज़ आती है ।
ये जिंदगी... क्या करना चाहती है जिन्दगी? क्या करवाना चाहती है जिंदगी? जी ज्यादा कुछ नहीं.. बस इस जीवन का बोध करवाना चाहती है जिंदगी। जीने का तरीका सिखाना चाहती है जिंदगी।।
Switch The Life Towards Good Vibes, Switch Your Emotions Towards Good Persons, Don't Switch Your Emotions Towards Mean Persons. Be Like Switch Because You, Your Life And Your Emotions Have To Switch Towards The Situations.