वादा था,
तुम आँखों से बताना, हम समझ जाएंगें।
जो न समझे, ये हमारी समझ पर सवाल है।
वादा था,
तुम हल्की सी शर्माना, हम तेरे हो जाएंगे।
जो न हुए तेरे, ये मेरे वजूद पर सवाल है।
वादा था,
हम खामोशी पढ़ लेंगे, अगर तुम चुप रहो।
जो न पढ़ सके, ये मेरे जज़्बातों पर सवाल है।
वादा था,
तुम इशारों मे बताना, हम मंज़िल ढूँढ़ लाएंगे।
जो न ढूँढ़ लाए, ये मेरी मुसाफिरी पर सवाल है।
वादा था...
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