“ए दिल"
ए दिल तु एक बार खुद की भी सुन ले जरा ।।
हर किसी की परेशानियों के खातिर
तु खुद को परेशानि मे छोड़ हैं चला
किसी औरों कि खुशियों के लिये
तु खुद की खुशियां तक भूल गया ।
ए दिल तु एक बार खुद को वक्त तो दे जरा ।।
ओर सोच की तु औरों के खातिर
खुद को खोने की कगार पे है खड़ा ।
ए दिल तु एक बार खुद की भी तो सुन ले जरा ।- _𝚂.𝚁.𝚜𝚊𝚠𝚊𝚛𝚔𝚊𝚛-
7 APR 2021 AT 10:17