23 JUN 2017 AT 11:53

लोग समझते कुछ हैं और समझाते कुछ हैं

"सुना है लोग दिल पे अब किताब रखते हैं

अपनी खबर नहीं और हमारा हिसाब रखते हैं"!

- Tushar