दुनिया की भीड़ में कही खोया सा हूं मैमेरी महफ़िल के कद्रदानोंतुम्हे मैं क्या बताऊ अकेले में कितनी दफा अपने यार के खातिरकितना रोया हूं मैंआज फिर ये अल्फ़ाज़ लिखते हुए रोया हूं मैं - Tera Sukhi
दुनिया की भीड़ में कही खोया सा हूं मैमेरी महफ़िल के कद्रदानोंतुम्हे मैं क्या बताऊ अकेले में कितनी दफा अपने यार के खातिरकितना रोया हूं मैंआज फिर ये अल्फ़ाज़ लिखते हुए रोया हूं मैं
- Tera Sukhi