तेल देखो तेल की धार देखो,
कातिल से पहले उसका हथियार देखो।
हाजिर रहो मगर जुबां रखो बन्द,
मेजबानी में मेहमान का एतबार देखो।
कैद हुए बैठे हो खुद की हदो में,
चलो उठो, अब इन हदो के पार देखों।
धोखा देना गर फितरत है उसकी,
फिर भी बेवफा की आँखों में प्यार देखो।
मोहब्बत पर मेरी उठाते है सवाल जो,
कह दो उन्हें के मेरा इंतजार देखो।
इश्क़ कोई सौदा नहीं नफे नुकसान का,
व्यापारी हो? जाओ कोई नया बाजार देखो।
दिल जीतना हर किसी के बस में कहाँ,
नुस्खा कोई सियासी असरदार देखो।- Tarun Vij भारतीय
6 MAY 2019 AT 0:59