दूर जाऊँ भी तो किस कदर जाऊँ मैं तुझसे......तेरे अहसास हर वक्त मुझे सीने से लगाये रहते है! -
दूर जाऊँ भी तो किस कदर जाऊँ मैं तुझसे......तेरे अहसास हर वक्त मुझे सीने से लगाये रहते है!
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*अपना होते हुए हमने तुमको ख्वाबों में देखा था**लेकिन हकीकत देख जिंदगी जैसे बिखर सी गई!* -
*अपना होते हुए हमने तुमको ख्वाबों में देखा था**लेकिन हकीकत देख जिंदगी जैसे बिखर सी गई!*
दिल से जबसे तुझे मिटाया है.. स्याही मे हमने तुझे छिपाया है।। -
दिल से जबसे तुझे मिटाया है.. स्याही मे हमने तुझे छिपाया है।।
आज फिर तेरी याद मेरे ज़हन मे उतर गयी.. पुरानी सड़कों से जब मैं आज तन्हा गुजर गयी!! -
आज फिर तेरी याद मेरे ज़हन मे उतर गयी.. पुरानी सड़कों से जब मैं आज तन्हा गुजर गयी!!
हजारों अल्फ़ाज़ लिखे उसकी याद मेंपर आया जब वो सामने..... एक लफ़्ज़ भी उससे कुछ कह ना पाए।। — % & -
हजारों अल्फ़ाज़ लिखे उसकी याद मेंपर आया जब वो सामने..... एक लफ़्ज़ भी उससे कुछ कह ना पाए।। — % &
छूना है अगर बुलंदियों को,तो हौसले अपने बुलंद रखना,कोई कितनी भी चोटे पहुचाये तुम्हें,फिर भी नफरत के दरवाजे तुम बंद रखना ! -
छूना है अगर बुलंदियों को,तो हौसले अपने बुलंद रखना,कोई कितनी भी चोटे पहुचाये तुम्हें,फिर भी नफरत के दरवाजे तुम बंद रखना !
महसूस करती हूँ बारिश की हर बूँद में तुझे... जब जब मुझे ये छूती धड़कने तेज हो जाती है! -
महसूस करती हूँ बारिश की हर बूँद में तुझे... जब जब मुझे ये छूती धड़कने तेज हो जाती है!
लिखकर कुछ अल्फाज़ कागज पर....उसे फाड़ कर जब हमने बिखेर दिया..हर टुकड़ा मुझसे पूछने लगा....तन्हा किया किसी और ने......फिर दर्द क्यों हमको दिया।। -
लिखकर कुछ अल्फाज़ कागज पर....उसे फाड़ कर जब हमने बिखेर दिया..हर टुकड़ा मुझसे पूछने लगा....तन्हा किया किसी और ने......फिर दर्द क्यों हमको दिया।।
वो वक्त जो बीता था.... हम दोनों की खामोशी में,आज वो स्याही में लिपटकर ... पन्नों पर बिखरता हैं।। -
वो वक्त जो बीता था.... हम दोनों की खामोशी में,आज वो स्याही में लिपटकर ... पन्नों पर बिखरता हैं।।
रूक जा तू थोड़ी देर,तुझे गले से लगा लू...जिंदगी भर का तो पता नहीं,कुछ पल के लिए तुझे अपना बना लूं।। -
रूक जा तू थोड़ी देर,तुझे गले से लगा लू...जिंदगी भर का तो पता नहीं,कुछ पल के लिए तुझे अपना बना लूं।।