वो बदल गया
इश्क़ में बरबाद करके हमें
वो बदल गया
उसने हमें बदला अपने लिए
जब हम इश्क़ में डूब गए और फिर
वो बदल गया
शुरू उसने की थी मोहब्बत
हमने तो बस साथ देना शुरू किया था
उसने देखी हमारी शिद्दत और फ़िर
वो बदल गया
इम्तिहान भी लिए कई
हम पास भी हुए हर बार
उसने देखी मेरी वफादारी
उसने आजमाया हमें हर बार और फिर
वो बदल गया
पूरी तरह से अपनाया उसने हमें
जब हर तरह से उसके हो गए हम
वो बदल गया-
If you unfollow me remember third law of motion 💪👍
Don't judge anything abo... read more
और जब वो मेरी लाश पर से
कफ़न को उठाएगा
रोएगा वो और बहुत चिल्लाएगा
ये वो चेहरा नहीं है जिससे इश्क़ है उसे
फ़िर भी वो मेरे चेहरे से जुल्फ़ों को हटाएगा
मेरी मौजूदगी से ग़म थे उसकी ज़िंदगी में
अब जब वो ख़ुद को हर जगह तनहा पाएगा
नहीं चाहेगा फ़िर भी वो रोता हुआ जाएगा
देखना एक दिन मेरी एक तस्वीर के लिए भी
वो बहुत तरस जाएगा
वैसे तो बहुत लोग हैं उसकी ज़िंदगी में
वो लाखों की भीड़ में भी अकेला ही चलता जाएगा
लगेगी चोट और जब मरहम ना मिलेगा
वो चाहेगा मुझसे मिलना
पर उसे मेरा साया भी ना मिलेगा-
और फिर एक दिन
जब तुम उठोगे नींद से
तुमको जब सब साफ़ नज़र आएगा
याद रखना मेरा चेहरा तुम्हें कहीं नज़र नहीं आएगा-
जिस दिन तुम्हें मुझसे मुझ सी मोहब्बत होगी
जीने के लिए तुमको मेरी जरूरत होगी
जब तुम्हें एहसास होगा मेरी वफाओं का
जब तुमको समझ आएगा मतलब मेरी अदाओं का
जब तुम भूल जाओगे अपना कल
जब तुम्हें अपना आज बनाना होगा
छोड़ देगा तुमको वो तनहा और तुम्हे मेरे पास आना होगा
उसकी याद में रोके तुम जब थक जाओगे
मुझे पता है तुम लौट कर यहीं आओगे
तुमको याद आएंगे मुझ पर किए सितम सारे
जब तुम फकत सिर्फ़ मेरा होना चाहोगे
जिस दिन तुम अपना माज़ी भूल जाओगे
जब तुमको उस शख़्स से दूरी करनी होगी
जब तुमको मोहब्बत सिर्फ़ हमसे पूरी करनी होगी
जब तुम सिर्फ़ मेरा होना चाहोगे
जब तुम मेरे अलावा कुछ नहीं चाहोगे
तब हम तुमसे रुसवा हो जाएंगे
तुम बुलाते रह जाओगे
हम लौट कर नहीं आएंगे
जब तुम मेरे लिए उस शख़्स को छोड़ दोगे
जब तुम कसमें मुझसे मोहब्बत की लोगे
जब तुम कहोगे कि अब तुम सिर्फ़ मेरे होके रहोगे
हम मर भी रहे होंगे तुम्हारी मोहब्बत के लिए
आख़िरी ख्वाहिश मेरी गर तुम ही बचे होगे
फ़िर भी तेरे सारे भरम तोड़ देंगे हम
ख़ुदा की कसम उसी दिन तुम्हें वहीं छोड़ देंगे हम-
ताज़्जुब ये नहीं
कि दुनिया को ऐतबार नहीं हमपर,
हैरानी तो इस बात की है
कि एक शख़्स मेरे झूठ को भी सच मानता है।
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मैने हर तकलीफ में ख़ुद को अकेले संभाला है
मैने मौत के मुंह से ख़ुद को हर बार निकाला है
ये जो लोगों को लगता है मुस्कुराती बहुत हूं मैं
आपको क्या बताऊं मैने ख़ुदखुशी को टाला बहुत है-
दोबारा हासिल ही नहीं हुए हम किसी को
हर शख़्स ने हमें बस एक बार खोया-
मोहब्बत चांद सी ना हो तो ही बेहतर है
हम हुस्न से ज्यादा वफादारी पसंद करते हैं-
सुनो......
याद रखना,
चाँद हो तुम...
ज़रूरत नहीं है
किसी को अपना पूरा किरदार दिखाने की-
उन्होंने कहा ख़ुश रहा करो हमेशा
मगर फ़िर शर्त भी रख दी कि उनके बगैर-