उनकी कामियाबी की ख़ुसी तो हैं,
उसी कामियाबी में उन्हीं को खोदेने का,
ग़म तो हैं...!
प्यार तो उन्हें बेशुमार करतें हैं,
पर उनके लायक ना बन पाने का,
ग़म तो हैं...!!-
प्यार तो उन्हें बेशुमार हैं;
हमसे भले नहीँ, ना सही,
हमारी मोहब्बत से भी ना होने का
ग़म तो हैं...!
ख़ुद में हुस्न तराशतीं रहतीं हैं,
मेरे मोहब्बत में ऐब ढूंढें जाने का,
ग़म तो हैं...!!-
हज़ारों ख्वाईशें कुरबान उनके एक मुस्कान पे,
वो मुस्कुराता चेहरा हमारे तरफ़ ना मुड़ने का,
ग़म तो हैं...!
जिस मुस्कुराहट के लिए सबकुछ लुटा बैठें,
उसी मुस्कुराहट को कभी ना देख पाने का,
ग़म तो हैं...!!-
दिल तो यूँ भी
धड़कना जानता था ।
तुमनें उसे तड़पना भी
बड़े सिद्दत से सिखादीया ।।
हम तो सोच बैठे थे के
धड़कनों से हम जिंदा हैं ।
तुमनें हर धड़कन पे हमें
मरने की लत्त लगा दिया ।।-
जिंदग़ी तो तुम्हीं हो हमारी,
मौत से भी मेहरूम होने का,
ग़म तो हैं ...!
पल पल की मौत हमनें कबुली,
मासूम अपनो में मौत बटने का,
ग़म तो हैं ...!!-
उनकी बेरुख़ी को क़ातिलाना अदा,
और उनकी बत्तमीजीओं को हमेशा,
उनकी मासूमियत समझने का,
ग़म तो हैं ।
उनकी बेवफ़ाइओं को मज़बूरी, और
हमसे दूरी को नाराज़गी समझने का,
ग़म तो हैं ।।-
दिल तो नजाने कब से उन्हीं का हैं,
उनकी हमारे दिल पे बेरुख़ी का,
ग़म तो हैं...!
चाहत तो वहीं पहली और आख़री है,
उनकी चाहतों में हमें जग़ह न मिलने का,
ग़म तो हैं...!!-
उनसे प्यार ना मिलने का तो नहीं पर
उनका हमें प्यार ना दे पाने की मज़बूरी का
ग़म तो हैं !
हमारी मजबूरियों का नहीं पर
उनको हमेशा मजबूर देखने का
ग़म तो हैं !!-
तुझे भुलाते ख़ुद को भूल जानेका
तुझे याद करते तुझे याद ना आनेका
ग़म तो हैं ।
जिंदग़ी तुझसे सुरु तुझसे खत्म होकर भी
तेरे एहसासों में जरासा भी ना हो पाने का
ग़म तो हैं ।।-
प्यार भले मिली नहीं,
मोहब्बत की नीलामी का,
ग़म तो हैं !
आगे तो दोनों बढ़ गए,
ईश्क़ पीछे छूट जाने का,
ग़म तो हैं !!-