QUOTES ON #ख़याल_ए_ज़ायरा

#ख़याल_ए_ज़ायरा quotes

Trending | Latest
28 MAR 2019 AT 0:12

सुराही-ए-मय में डूबी हैं जड़े जिसकी,
कहानी पूछो तो उस टूटे शज़र से...

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27 DEC 2018 AT 0:34

मैख़ाने की महफ़िल में गर्मी बढ़ाओ
अमां इश्क़ का कोयला तो जलाओ...

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5 MAR 2019 AT 23:56

नफ़स हासिल बशर को आज ज़िन्दा लाश कहते हैं,
बना के झोपड़ा उसे ही तख़्तोताज कहते हैं।

स्याही में डुबो आँखें नीला आसमान रखते हैं,
तस्वीरें देख कर किसी को आफ़ताब कहते हैं।

छिपाने को किसी की नाफ़ जो हिज़ाब करते थे,
बिठा के पास महफ़िल अब हर एक जज़्बात कहते हैं।

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15 DEC 2018 AT 18:59

क़लम में जाम भर लूं क्या?
अमां मोहब्बत ही तो लिखनी है....

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11 JAN 2019 AT 16:35

लिख़ते हो मिटाते हो,
लिख़ते हो मिटाते हो,

ऐसा है...

मोहब्बत नाकाम रहने दो मियाँ तुम...

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20 JAN 2019 AT 18:05

बलभर दबाया अपनी इश्क़ की माटी में तुमने,
आज विरह का पौधा पनपा है...

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6 DEC 2018 AT 23:14

रोज़ उन्हीं आंखों के सवालों से थक गए थे
आज होठों पे जवाब लिख आए हम...

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8 FEB 2019 AT 12:42

बीती रात समझे बात
हम मंज़िल नहीं महज़ रहगुज़र थे...

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17 DEC 2018 AT 23:49

बस तुम आ जाना
महफ़िल तो हम इश्क़ जला के रौशन कर देंगें...

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13 JAN 2019 AT 23:13

कैसी धोखेबाज़ी है ये....

महफ़िल में मुस्कुराते हो
और क़लम पकड़ते ही रो जाते हो...

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