काश कर पाते हम इश्क चातक सा
काश होती प्रीत हमे भी सारन सी
बादल बादल छान कर
ऊँची उङान भर कर
#चाँद को पाने की चाह मे
प्राण अपने त्यागते
काश...कर पाते इश्क चातक सा
जोङा बना कर साथ निभाना
जोङी टूटे प्राण गवाना
निर्मेष प्रेम मे जीवन बिताना
काश... कर पाते हम इश्क चातक सा
सुनकर पुकार पपीहा की
सुनकर कर दर्द सारन का
मन द्रवित हो जाता
काश...कर पाते इश्क चातक सा
न वो बात रही अब इश्क मे
न रही वो कशिश
#वो_इश्क़_अलग_था
#वो_इश्क़_अलग_था
रूहानी इश्क अब कहा रहा
जिस्मानी बातो पर आमादा
काश...कर पाते इश्क चातक सा— % &-
9 FEB 2022 AT 18:08