कब दोगे सज़ा उनको
ज़िंदा ही जलाने में
आया था मज़ा जिनको
पशुओं की भी जो सोचो
करती थी तीमारदारी
दिल दहले नहीं कैसे
मिली ऐसी क़ज़ा उसको-
कभी गर्भ में खामोश
कर देता है ये ज़माना
कभी मेरे अपने भी
कर देते मुझको बेगाना l
कहीं जवानी में
मैं बलात्कार को सह रही
क्यूँ जाति हमारी रोज
अत्याचार को सह रही I
मेरे जीवन में क्यूँ
ये पतझड़ की रुत आई है
मुझ पर जुल्म सितम की
क्यूँ ये रिहाई है l
नोचते जो जिस्म को मेरे
कहते हैं इन्सान
यही इन्सान है तो
जीवन हमारा विरान I
फौजी मुंडे sohan lal munday
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कुछ लड़कियों को मिलता है
कई बीघा खेत
लहलहाने के लिए
और कुछ लड़कियाँ
बोनसाई बना दी जाती हैं
किसी को मिलती है परों की उड़ान
कुछ को मिलती हैं कतरनें
.
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कौन कहता है?
अंतर हमेशा लड़के लड़की के बीच होता है..-
एक लड़की का दुपट्टा मेरी शर्ट के बटन में
अटक गया ,,😴
मुझे लगा जैसे जैसे फिल्मों में होता है वैसा होगा ,,😌
पर उसने 👩 दुपट्टा इतनी तेजी से खिंचा 😣 , की
मेरा बटन ही निकल गया !! 🙄😊-
वो ठहाके लगाती हुई लड़कियाँ थीं
इसलिए बदनाम थीं
ईश्वर ने कहा
इनका जीवन दुःख से भर दो
रोती हुई लड़कियों ने कलम उठा ली
और लिखा ईश्वर पक्षपाती है
लड़कियाँ फिर बदनाम हो गईं
ईश्वर जान गये
कसूर लड़कियों का नहीं
उसकी रची दुनिया का है-
लड़कीयों को हर वक्त कम अक्ल का तंज देने वाले
लोग उनकी जरा सी अदा पर अपनी अक्ल खो देते हैं।
वो फेसबुक पर ही दिख जाता है। 😊
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हमसे
न जाने कैसी आंखे दी है ख़ुदा ने इन दरिंदों को,
देखा न जिस्म औरत का,बच्चों का बन जाते हैवान है ये,
नोच के तो पहले ही रख देते है उसकी आत्मा को,
फिर न जाने क्यों उसको जिंदा जलाते है,
इस अंधे कानून के आगे व्यर्थ है शोक मनाना इस जघन्य अपराध का,
ज़ुर्म मरता नहीं बस इंसान मर जाता है,
ये मौत की सजा भी कुछ नही है इनके लिए,
इन्हें बेटी दे कर देखो ये खुद ब ख़ुद मर जायेंगे,
जब वो पूछेगी उनसे..अपने धरती पर होने का कारण,
वो खुद ही दिन प्रतिदिन शर्म से घुट घुट कर मर जायेंगे...!-
जब
एक लड़की
सपने मा..मेला देखती है
🏎️
तो..जल्द ही उसे..पिया जी मिलते हैं.. 😊-