कट गई ज़िन्दगी
उनके
मुंह फुलाने
और
दांत निपोरने के
दरमियान....-
आज भी नहीं छुपा पाता अपने जज़्बात में उनके आगे
उनके आगे मैं हमेशा, जैसा हूँ वैसा ही हो जाता हूँ
उनका नहीं था तब भी, उनका हो गया तब भी
सारी दुनिया समझती है मुझे बे-दिल बे-जज़्बात
मैं केवल उनसे ही अपना अक्स साझा कर पाता हूँ
अश्क़ भी केवल उनके आगे बहाता हूँ
बचपना भी एक उन्हें ही दिखाता हूँ
हक़ जताता हूँ, बे-हद जताता हूँ
रूठ जाता हूँ, कभी उन्हें मनाता हूँ
गुस्सा है तो गुस्सा, प्यार है तो प्यार
सब केवल उनसे दिल खोल ज़ाहिर कर पाता हूँ
गुस्सा यूँ ही नहीं होता उनसे
उन्हें सुनाने के मन से, यूँ ही नहीं रूठ जाता हूँ
केवल उनकी फिक्र का मारा हूँ, इसलिये परेशान हो जाता हूँ
आज भी है उनका, मुझ पर उतना ही हक़
मैं भी तो बस उन पर, फ़िर से वही हक़ चाहता हूँ
फिक्र रहती है मुझे उनकी, ख़ुद से ज्यादा
बस यह बात आसान शांत लहजे में नहीं कह पाता हूँ
उनका दूर जाना मुझसे, मुझसे कटना या मेरा हक़ किसी और को दे देना
थोड़ा-सा भी मैं, ना जाने क्यों आज भी सह नहीं पाता हूँ
न-जाने क्यों मैं ऐसा हूँ, क्यों ख़ुद को नहीं बदल पाता हूँ
है बस इतना पता कि फिक्र है उनकी
मैं उन्हें आज भी बे-हद, बे-हद और बे-हद
बे-हद क्या, मैं आज भी उन्हें ख़ुद से ज्यादा चाहता हूँ
- साकेत गर्ग 'सागा'-
Someone : गुस्सा क्या है ?
Best rply : किसी और की गलती की सजा खुद
को देना !!-
गुस्सा !
अगर गलत चीजों को देखकर भी तुम्हे कोई फर्क नहीं पड़ता ना - तो बेटा !
तुम मर चुके हो !-
हमारा रूठना-मनाना तो लगा रहता है |
हमारी आंखों में प्यार
उनके चेहरे पर गुस्सा तो सदा रहता है |-
अब मान भी जाओ ना,
मैं हूं नासमझ सा लड़का,पर तुम तो समझदार हो ना,
फिर से मुझे समझाओ ना,
गलती हो गयी मुझसे,अब माफ़ भी कर जाओ ना,
क्या सही क्या गलत मुझे नहीं पता,ये सब फिरसे मुझे बताओ ना,
कहती थी पिटोगी मुझे,पीटने को तैयार हूं,आओ पीटो ना,
तुम मुझको पागल कहती थी,वो गलती मेरी पागलपन समझ के भूल जाओ ना,
रोई हो बहुत मेरे वजह से,मुझे भी रुलाओ ना,
गुस्सा हो मुझपर तो,गुस्सा आके दिखाओ ना,
पर नाराज मत रहो मुझसे,अब मान भी जाओ ना।-
मेरी खामोशियां
गुस्सा बहुत भरा पड़ा है दिमाग में , 😡
इश्क जो बेहिसाब करता हूं उससे । ♥️-
उसके बिना नही इस दिल को करार आता है
मुझे बस उसका ही तलब बार बार आता है
उसीपर आता है बहुत गुस्सा मुझको
और वही है जिसपर बहुत प्यार आता है-
प्यार भी कम चालाक नहीं है जनाब,
अक्सर इसे कमजोर दिल वालों पर वार करते देखा है।-
मुझे तुम्हारा किस्सा पसंद है ।
इस किससे में मेरा हिस्सा पसंद है ।
ये जो तुम चेहरा लाल कर देखती हो मुझे,
खुदा कसम ! मुझे ये तुम्हारा गुस्सा पसंद है।।-