कठिन नहीं पहचानना, कौन यहाँ भगवान
अपने से पहले रखे, जो औरों का ध्यान-
9 JUL 2021 AT 6:30
30 AUG 2021 AT 22:12
अष्टमी को जन्म लिया, है अष्टम सन्तान
विष्णु के अवतार ये, अष्टम हैं भगवान-
20 OCT 2020 AT 9:14
प्रभु तुमसे मैं माँगता, आज यही अधिकार
बन कर घुँघरू मैं करूँ, चरणों का श्रृंगार-
7 OCT 2021 AT 4:21
देव ने ही देह दिया, और देह को दाह
पाप क्या और पुण्य क्या, समन्दर यह अथाह-
30 AUG 2021 AT 21:23
बंशीधर दिखते सभी, हलधर दिखा न कोय
बंशी रख हल जो धरे, कोय न भूखा सोय-
5 SEP 2021 AT 7:29
गुरु कृपा से ही मिला, परिचय प्रतिष्ठा पद
अपने काँधे पर बिठा, बढ़ा दिया है कद
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29 JUN 2021 AT 15:24
दो लोगों के बीच में, रहे अधूरा प्यार
ढाई आखर प्रेम का, पढ़े सकल संसार-
30 AUG 2021 AT 21:54
इस जग में जो भी हुआ, सब मेरे ही अंश
चाहे हो दशानन वो, या शकुनी या कंस-
29 JUN 2021 AT 13:54
राम नाम की चाय से, होती मेरी भोर
चलती है इस नाम से, साँसों की ये डोर-
31 AUG 2021 AT 3:12
देव की मात देवकी, और तात वसुदेव
भक्तों के बनकर सखा, रहते साथ सदैव-