ज़िंदगी जीना है तो हर हाल में जीना सिखलो,
ख़ुशी हो या गम हर माहौल में जीना सिखलो,
एक ही बार मिलती है ये ज़िन्दगी,
इसे संभाल कर रखना सीखलो।।-
जब सेे ज़िन्दगी की हक़ीक़त से रुबरु हुए है,
दुनियां से गुफ्तगू करने की चाहत ही खत्म हो गई।।-
तुम्हारा नाम ..
बहुत अजीब है
ये ज़रा भी मेल नहीं खाता
तुम्हारी शख़्सियत से
तुम्हारा नाम ..
बहुत वाचाल .. बेहद शोखियाँ लिए
उन्मुक्त और हलचल से भरा है
और तुम ..
कोई उदास .. ख़ामोश सी तस्वीर जैसी
..
ज़िन्दगी
नाम से नहीं चलती
ना ही ज़िन्दगी का
कोई वास्ता होता है नाम से
और फिर नाम में क्या रखा है
याद किये जाने के लिए
ज़िन्दगी जीने के तरीक़े ही काफ़ी होते है
बाक़ी नाम से तो एक ढूंढों हज़ार मिलेंगे-
ऐ खुदा,
अगर किस्मत में मिलना लिखा ही नहीं होता,
फिर ऐसे लोगों से मिलवाते ही क्यों हो।।-
जब इंसान उड़ने लगता है
तो उसके पैर ज़मीन पर नहीं
घमंड पर चलने लगते हैं !-
"सब कुछ कहाँ हासिल होगा तुझे ऐ ज़िन्दगी.....कि किसी का " काश" और किसी का " अगर" रह ही जाता है ....."
Kabeer-Heart says-
Unka Jana aana to laga hi rehta hai zindagi me
Pehle asar hota tha ab frak hi nahi padta-
ज़िंदगी जिये जाना भी कैसी मजबूरी है,
ख़्वाहिशें हज़ार, पर कमबख्त सभी अधूरी है..!!!-
"तुम बात कर लिया करो कभी कभी मुझसे,
कहते है, जिन्दगी से रूबरू होना अच्छा होता है "
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