Mukteswar Patnaik 20 AUG 2019 AT 23:44 जब हम भीआप हीं की तरहखुसी और सुखदोनो से खेलने लगें ।सायद तब आपके समझ आएके हम भी आप ही कि तरहखिलाड़ी हैँ, अनाड़ी नहिं -